योगी आदित्यनाथ सरकार ने सोमवार देर रात 14 आईपीएस अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया। इसमें प्रयागराज के एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज का भी नाम है। एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती मामले में हुए फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। इस मामले में कई गिरफ्तारी भी हुई हैं।
अब इस मामले की जांच एसटीएफ कर रही है। बता दें कि प्रयागराज के एसएसपी पद से हटाने के बाद सत्यार्थ अनिरुद्ध को अभी नई तैनाती नहीं दी गई है, उन्हें प्रतीक्षारत रखा गया है। उनकी जगह अभिषेक दीक्षित को प्रयागराज का नया एसएसपी बनाया गया है।
बताया जा रहा है कि जल्द ही आईएएस और पीसीएस अधिकारियों के ट्रांसफर भी हो सकते हैं। कई जिलों के कप्तानों को हटाकर उन्हें साइड पोस्टिंग दी गई है। कानपुर के एसएसपी अनंत देव को पुलिस उपमहानिरीक्षक एसटीएफ लखनऊ में तैनाती दी गई है।
अनंत देव की जगह सहारनपुर में तैनात रहे एसएसपी दिनेश कुमार पी को कानपुर का एसएसपी बनाया गया है। एसपी शाहजहांपुर एस चनप्पा को एसएसपी सहारनपुर बनाकर भेजा गया है। अपराध मुख्यालय पुलिस महानिदेशक में एसपी एस आनंद को एसपी शाहजहांपुर बनाया गया है।
आरपी सिंह को एसपी एटीएस लखनऊ से एसपी सीतापुर, एलआर कुमार को एसपी सीतापुर से डीआईजी सतर्कता अधिष्ठान लखनऊ, विक्रांत वीर को एसपी उन्नाव से एसपी हाथरस, गौरव बंसवाल को एसपी हाथरस से एसपी अपराध डीजीपी मुख्यालय, रोहन पी कनय को एसपी साइबर क्राइम लखनऊ से एसपी उन्नाव बनाया गया है।
कैसे हुआ शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े का खुलासा
प्रयागराज के एसएसपी रहे सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने एक शिकायत के आधार पर सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें टॉपर भी शामिल है। एसएसपी सत्यार्थ अनिरूद्ध के एक्शन से कुछ लोग परेशान थे और अब उनको हटा दिया गया है।