आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(Yogi Aditaynath) के साथ किसी भी तरह का कोई अनहोनी न हो इसे देखते हुए गोरखपुर(Gorakhpur) में गोरखनाथ मंदिर(Gorakhnath Math) के दक्षिण पूर्वी कोने पर मौजूद 11 घरों को खाली करवाया जाएगा। ऐसा बताया जा रहा है कि यह सभी घर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के हैं। प्रशासन इस बात को लेकर काफी सतर्क है कि कुछ कुंठित मानसिकता के लोग इसको लेकर धार्मिक उन्माद फैलाने की भी कोशिश कर सकते है। उत्तर प्रदेश प्रशासन ने ये पूरी तरह से साफ कर दिया है कि आम सहमति लेकर ही घरों को खाली कराया जाएगा। वही अगर दावों की मानें तो 11 घरों में से 9 घर के मालिकों ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर भी कर दिया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा भी होगी पुख्ता
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कई बार पहले भी धमकी दी जा चुकी है। केंद्र और राज्य की सुरक्षा एजेंसियों ने मिलकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एक रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट में ये कहा गया है कि गोरखनाथ मंदिर के मुख्य गेट से लगे पंजाब नेशनल बैंक की इमारत को भी मंदिर परिसर में शामिल किया जाए ताकि मुख्य द्वार पर सुरक्षा व्यवस्था और भी बढ़ाई जा सके। रिपोर्ट में विशेषकर मंदिर के दक्षिण पूर्वी हिस्से में सुरक्षा प्रबंध को पुख्ता करने पर जोर दिया गया है।
शांति से होगा सब कुछ – डीएम
गोरखपुर के डीएम के. विजयेंद्र पांडियन ने मीडिया को ये बताया है कि सरकार के निर्देश पर सीएम योगी की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए गोरखनाथ मंदिर परिसर के 11 घर खाली कराए जाने हैं। और इसकी तैयारियां भी शुरू हो गई है। उन्होंने आगे ये भी बताया है कि सभी घर आम सहमति से ही खाली कराए जाएंगे और साथ ही सबको उसका उचित मुआवजा भी दिया जाएगा। उन्होंने जानकारी दी कि सहमति पत्र पर अब तक 9 लोगों ने हस्ताक्षर भी कर दिए हैं। सब कुछ शांतिपूर्वक होगा। इस मसले को धार्मिक रंग देने वालों पर भी कड़ी नजर रखी जायेगी।