Bihar News : आपको बता दें कि देश के कई राज्यों की तरह बिहार में भी रेलवे स्टेशनों पर 50 रुपये का एक प्लेटफॉर्म टिकट मिल रहा है। लेकिन बिहारी दिमाग ने यहां भी जुगाड़ लगा दिया है। बता दें कि मजे की बात ये है कि रेलवे के अधिकारी भी इस जुगाड़ के सामने लाचार हैं।
हाइलाइट्स:
बिहार में अजब जुगाड़
कौन लेगा 50 रुपये का प्लेटफॉर्म टिकट
जब 10 रुपये में चल जा रहा काम
बिहारी जुगाड़ के सामने रेलवे के अफसर तक लाचार
पटना:
आपको बता दें कि देश के अन्य राज्यों की तरह ही बिहार में भी कोरोना को देखते हुए रेलवे ने कुछ ऐसे उपाय लगाए जिससे प्लेटफॉर्म पर आनेवाली भीड़ को रोका जा सके। आपको बता दें कि बिहार में फिलहाल प्लेटफॉर्म टिकट 50 रुपये का है। लेकिन बिहारी दिमाग का क्या कहें… यहां भी जुगाड़ सेट कर लिया गया।
प्लेटफॉर्म पर50 के बजाए सिर्फ 10 रुपये में एंट्री का जुगाड़
आपको बता दें कि बिहारी दिमाग का जुगाड़ सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे। हमें पता चला कि प्लेटफॉर्म टिकट लेने के बजाए कुछ ऐसे लोग भी हैं जो सिर्फ 10 रुपये में प्लेटफॉर्म पर टहलते पाए जा रहे हैं। वो भी तय समय दो घंटे से ज्यादा। सुनकर आप चौंक गए होंगे लेकिन ये सच है। आपको बता दें कि दरसअल अगर कोई अपने परिवार के किसी यात्री को छोड़ने के लिए पटना जंक्शन आएगा तो उसे 50 रुपये खर्च कर प्लेटफॉर्म टिकट खरीदना पड़ेगा। लेकिन यहां सिर्फ 10 रुपये का जुगाड़ चल रहा है। जानिए कैसे
आपको यह बता दें कि अगर आप पटना जंक्शन से नजदीकी पटना साहिब जंक्शन या राजेंद्र नगर टर्मिनल का टिकट खरीदते हैं तो इसके लिए आपको 10 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। यही जुगाड़ है… पटना जंक्शन पर अपने संबंधी यात्रियों को छोड़ने वाले कई लोग यही कर रहे हैं। आपको बता दें कि वो प्लेटफॉर्म टिकट लेने के बजाए छोटी दूरी के स्टेशनों का टिकट 10 रुपये में खरीद रहे हैं। इसमें उनका एक फायदा ये भी है कि इसमें प्लेटफॉर्म टिकट की तरह दो घंटे का समय तय नहीं होता। बता दें कि मतलब दिन भर के लिए यानि एक दिन के लिए अनलमिटेड समय वाला टिकट। आपको बता दें कि ऐसे में 50 रुपये का प्लेटफॉर्म टिकट लेने से अच्छा कई लोग 10 रुपये के पैसेंजर ट्रेन टिकट वाले जुगाड़ को ही मान रहे हैं।
बिहारी जुगाड़ से रेलवे के अधिकारी भी परेशान
आपको बता दें कि एक स्थानीय वेबसाइट के अनुसार जब रेलवे के अधिकारियों से इस बारे में बात की गई तो वो भी हैरान रह गए। लेकिन इस जुगाड़ के सामने वो भी लाचार ही दिखे। बता दें कि उनका कहना था कि इस पर किसी पर कोई कार्रवाई भी नहीं की जा सकती। क्योंकि टिकट तो उन्होंने खरीद ही रखा है।
दो महीने तक इतने ही रहेंगे प्लेटफॉर्म टिकट के दाम
आपको बता दें कि रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) केटिकटों का साफ्टवेयर संभालने वाला संगठन सेंटर फोर रेलवे इंर्फोमेशन सिस्टम (CRIS) के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि यह व्यवस्था कम से कम दो महीने तक जारी रहेगी। आपको बता दें कि उन्होंने दिल्ली डिवीजन की तरफ से मिले एक पत्र को हमें दिखाया। बता दें कि उसमें स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि साफ्टवेयर में इस तरह से फीड करें कि दो महीने तक बढ़े मूल्य पर प्लेटफार्म टिकट निकले।
बढ़ोतरी अस्थाई
आपको बता दें कि प्लेटफार्म टिकटों के दाम में पांच गुने तक की बढ़ोतरी पर जब लोगों ने हल्ला मचाना शुरू किया था, तब रेल मंत्रालय ने बीते शुक्रवार को सफाई दी थी। बता दें कि मंत्रालय ने कहा था कि प्लेटफॉर्म टिकट की कीमतों में की गई बढ़ोतरी अस्थाई है। इसे कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए लागू किया गया है। आपको बता दें कि मंत्रालय ने यह भी कहा था कि प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत सभी स्टेशनों पर नहीं बढ़ाई गई है, बल्कि सिर्फ उन स्टेशनों पर बढ़ी है, जहां पर भीड़-भाड़ अधिक होती है।