गलवान घाटी में चीनी सेना द्वारा किए गए हमले में भारत के 20 जवान शहीद हो गए। जवानों की शहादत के बाद देशभर में गुस्से का माहौल है। वहीं विपक्ष जवानों की शहादत के लिए सरकार को ज़िम्मेदार ठहराते हुए उसपर हमलावर है।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा ने केंद्र की मोदी सरकार को सीमा सुरक्षा के मामले में पूरी तरह नाकाम बताया। उन्होंने कहा कि बोर्डर पर हमारे जवान मारे जा रहे हैं और हम इसपर सवाल करते हैं तो हमें देशद्रोही बता दिया जाता है।
उन्होंने ट्विटर के जरिए कहा, “पिछले एक हफ्ते में काफी कुछ घट चुका है। चीन बॉर्डर पर LAC के पास 20 जवान शहीद हो गए हैं, हमारे दोस्त नेपाल ने अपने नक्शे में बदलाव कर लिया और अब बातचीत से हल निकलना है और पाक-चीन-नेपाल बॉर्डर पर भारतीयों की जान चली गई”।
टीएमसी सांसद ने आगे कहा, “अगर हम सवाल पूछें तो एंटी नेशनल हो जाते हैं, पूछते हैं कैसे हुआ तो हमपर देशद्रोह का केस हो जाता है”।
एक अन्य ट्वीट में मोइत्रा ने कहा, “अविश्वसनीय किस तरह बीजेपी ने बिना सबूत वाली सर्जिकल स्ट्राइक का ढिंढोरा पीट कर 2019 चुनाव जीता और अब हमारे शहीद जवानों के असली चेहरे हमें घूूर रहे हैं, प्रधानमंत्री इसपर ख़ामोश हैं”।
बता दें कि गलवान घाटी में डी-एस्केलेशन प्रक्रिया के दौरान सोमवार रात चीनी सैनिकों ने भारतीय सेना पर हमला बोल दिया, जिसमें भारत के कमाडिंग ऑफिसर सहित 20 जवान शहीद हो गए। दूसरी ओर सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि इस दौरान चीन को भी भारी नुकसान हुआ है। समाचार एजेंसी ANI का दावा है कि चीन के 43 सैनिक हताहत हुए हैं, हालांकि चीन ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
वहीं पिछले हफ़्ते भारत – नेपाल बॉर्डर पर नेपाल पुलिस द्वारा फायरिंग की गई थी, जिसमें भारत के 4 नागरिकों को गोली लगी थी। इस फायरिंग में भारत के एक नागरिक की मौत भी हो गई थी।