आपको बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम के जाने-माने बल्लेबाज और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी से हिंदुस्तान को बहुत सारे मैच भी जितवाए हैं! लेकिन अब ऐसे में जिस बल्ले से भारतीय खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने इतने मैच जिताये, इतने शतक मारे हैं और अगर वही बल्ला किसी और के हाथ में हो तो फिर जानिए वह क्या कमाल कर सकता है?
हम आज आपको एक ऐसा ही वाक्य बताने जा रहे हैं जब भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का बल्ला किसी दूसरे देश के खिलाड़ी ने इस्तेमाल किया और फिर एक कारनामा रच दिया!
बता दे कि यह वाक्य साल 1996 का है! जब पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच हो रहे मैच में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने केवल 37 गेंदों पर शतक लगा दिया था! यह शतक उस समय का सबसे तेज शतक रहा था!
वही इस मैच में शाहीद अफरीदी ने केवल 40 गेंदों का सामना किया था और 104 रन की दमदार पारी खेली थी लेकिन सबसे मजेदार बात तो यह रही थी कि उन्होंने जिस बल्ले से यह कारनामा कर दिखाया था वह बल्ला सचिन तेंदुलकर का था!
दरअसल आपको बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने इस मैच के अंदर जिस बल्ले का इस्तेमाल किया था वह बल्ला सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज वकार यूनुस को गिफ्ट में दिया था!
ऐसे में वकार यूनुस ने शाहिद अफरीदी को वो बल्ला बैटिंग के लिए दे दिया था और फिर शाहिद अफरीदी ने उसी बेड से उस समय वनडे मैच में सबसे तेज शतक बना दिया था! शाहिद अफरीदी के पूर्व पाकिस्तानी टीम मेट अजहर महमूद ने इस किस्से को सुनाते हुए ये दावा किया था कि इसके बाद ही अफरीदी एक बॉलर से पावर हीटर बने!
गौरतलब है कि साल 1996 में शाहिद अफरीदी का वनडे में बनाया गया सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड लगभग 18 साल तक उनके नाम रहा है! फिर उसके बाद यह रिकॉर्ड साल 2014 में टूट गया जब कि न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर कोरी एंडरसन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ बस 36 गेंदों का सामना कर के सबसे तेज शतक लगाकर रिकॉर्ड को तोड़ा था!
हालांकि उसके अगले साल ही 2015 में दक्षिण अफ्रीका के स्टार बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने केबल 31 गेंदों का सामना करके सबसे तेज शतक लगाकर इस रिकॉर्ड को अपने नाम कर लिया था! आपको बता दें कि आज भी वनडे के अंदर सबसे अधिक तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के एबी डी विलियर्स के नाम की है!