नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से एक दर्दनाक खबर आई है। विशाखापट्टनम में एक फार्मा कंपनी से जहरीली गैस का रिसाव हुआ है। जिसके चलते 6 लोगों की मौत हो गई है। गैस रिसाव के बाद सड़क पर लोग गिरते नजर आए। हालात को देखते हुए प्रशासन ने पूरे इलाके को खाली कराया। बताया जा रहा है कि 5 किमी तक के सभी गावों को खाली कराया गया है। बड़ी तादाद में लोग सिर दर्द, उल्टी और सांस लेने में तकलीफ के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं। जानकारी के मुताबिक कड़ी मशक्कत के बाद बाद गैस रिसाव पर काबू पा लिया गया है।

जानकारी के मुताबिक आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद लोगों को अस्पताल ले जाया जा रहा है। मौके परपुलिस, फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस पहुंची। बताया कि कम से कम 5000 से ज्यादा लोग बीमार हो गए और 6 लोगों की मौत हो गई।

DGP ने 6 लोगों की मौत की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि गैस घातक नहीं है और उम्मीद है कि ज्यादातर लोगों को जल्द ही छुट्टी मिल सकती है। सबसे बड़े जोखिम में कारखाने के कर्मचारी हैं जो परिसर में थे। हम संख्या के बारे में निश्चित नहीं हैं, लेकिन एनडीआरएफ द्वारा कई लोग बचाए गए हैं।

फिलहाल गैस लीकेज के असली कारण का अभी पता नहीं चल पाया है। मौके पर विशाखापट्टनम के जिलाधिकारी वी विनय चंद पहुंच गए हैं और हालात पर नजर बनाए हुए हैं। उनका कहना है कि दो घंटे के अंदर हालत को नियंत्रण में कर लिया गया। कुछ लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है, उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट दिया जा रहा है।

यह केमिकल रिवास एलजी पॉलिमर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्लांट में हुआ है। 1961 में बना यह प्लांट हिंदुस्तान पॉलिमर्स का था जिसका 1997 में दक्षिण कोरियाई कंपनी एलजी ने अधिग्रहण कर लिया था। मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी विजाग एएनएस अस्पताल का दौरा करेंगे, जहां प्रभावितों का इलाज किया जा रहा है। बताया गया कि मुख्यमंत्री स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और जिला मशीनरी को तत्काल कदम उठाने और सभी सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।

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