हर खबर की एक औकात होती है. मसलन, आबकारी विभाग के किसी अधिकारी का रिश्वत लेते पकड़ा जाना जिले लेवल की खबर है. उसमें किसी मंत्री का शामिल होना राज्य लेवल की खबर है. और उस मंत्री का प्रधानमंत्री का साला होना राष्ट्रीय स्तर की खबर है. पर हमारे आसपास इतनी घटनाएं हो रही होती हैं कि हम सबको तवज्जो नहीं देते. हमारा ध्यान उन पर तब जाता है, जब वो बार-बार होती हैं. कठुआ रेप-मर्डर केस हमें एक सोसायटी के तौर पर भले न सुधार पाया हो, लेकिन उसका इतना हासिल तो है कि उसने देश की बच्चियों के साथ रेप को राष्ट्रीय स्तर की खबर बना दिया.

कठुआ, उन्नाव, सासाराम, सूरत, गाज़ीपुर और गाज़ियाबाद के बाद अब राजस्थान के अजमेर से खबर आई है. यहां के कल्याणीपुर गांव में हनुमान मंदिर के 70 साल के पुजारी ने सात साल की बच्ची के साथ रेप की कोशिश की. बच्ची के पिता ने पुजारी को बच्ची के साथ ही पकड़ लिया, पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने पुजारी के खिलाफ पॉक्सो के तहत केस दर्ज किया है.

कल्याणपुरी गांव में कालीचाट माता का एक मंदिर है. पिता बच्ची को अपने साथ उसी मंदिर में ले जा रहा था. मंदिर बहुत ऊंचाई पर था, तो पिता ने उसे रास्ते के ही हनुमान मंदिर पर उतार दिया. पिता के चले जाने पर हनुमान मंदिर का पुजारी सेवानंद बच्ची को फुसलाकर अपने कमरे में ले गया.

लौटने पर पिता को जब बच्ची नहीं मिली, तो वो उसे खोजते हुए पुजारी के कमरे में गया. वहां पुजारी उसे बच्ची के साथ आपत्तिजनक हालत में मिला. पिता ने पहले बच्ची को पुजारी के कमरे से घर छोड़ा, फिर घर और गांववालों को साथ लेकर पुजारी को पीटा. इसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया.

बच्ची से रेप की कोशिश का आरोपी पुजारी सेवानंद (बाएं) और अपनी मां के साथ 7 साल की बच्ची (दाएं).

पुलिस ने क्या किया
पुलिस ने पुजारी को शांतिभंग के आरोप में अरेस्ट करके कोर्ट में पेश किया. वहां से ज़मानत मिलने के बाद उसे दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया. उस पर पॉक्सो के तहत केस दर्ज किया गया है. अलवर गेट थाने की पुलिस ने जवाहरलाल नेहरू हॉस्पिटल में बच्ची का मेडिकल कराया और सेवानंद को एक दिन की रिमांड पर लिया.

कई बरसों से मंदिर में पुजारी है सेवानंद
थाना प्रभारी और केस के जांच अधिकारी हरिपाल सिंह के मुताबिक पुजारी का पूरा नाम सेवानंद उर्फ बलवंत सिंह उर्फ धोबीला है. वो मूलत: मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के हिनौता खेवरियां इलाके का रहने वाला है. वो पिछले 40 सालों से अजमेर में रह रहा है और कई बरसों से मंदिर में पुजारी का काम कर रहा है. अजमेर पुलिस ने एमपी पुलिस से कॉन्टैक्ट करके सेवानंद का क्रिमिनल रिकॉर्ड भी खंगाला, जिसमें पता चला कि जबलपुर में उसके खिलाफ कोई केस नहीं दर्ज है.

सोशल मीडिया पर यह खबर फिर से एक बार वायरल हो रही है आपको बता दें कि यह खबर दो हजार अट्ठारह की है.

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