गुजरात दंगे की आग आज ही रह-रह कर धधकने लगती है. इसी मामले में गुजरात की एक अदालत ने 2002 के गुजरात दंगों में मुआवजे को लेकर दाखिल एक मुकदमे से पीएम नरेंद्र मोदी का नाम हटा दिया है. दरअसल एक ब्रिटिश परिवार ने गुजरात दंगों में मारे गए अपने तीन रिश्तेदारों के 23 करोड़ मुआवजे के तौर पर मुकदमा दायर किया था।
साबरकांठा जिले की अदालत ने यह कहते हुए मुकदमे से पीएम नरेंद्र मोदी का नाम हटा दिया – कि ऐसा कोई भी साक्ष्य नहीं है जो यह साबित कर सके कि पीएम नरेंद्र मोदी वहां उपस्थित थे या प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से दंगों में उनकी भूमिका थी। ऐसे निराधार आरोपों से किसी व्यक्ति को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है.
आपको बता दें कि 2004 में दो अमेरिकी नागरिक शिरीन दाऊद और शमीमा दाऊद ने पीएम मोदी और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दायर कराई थी। इसके साथ ही गुजरात दंगों में मारे गए अपने तीन रिश्तेदारों के मुआवजे के तौर पर 23 करोड़ की मांग की थी.