बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए सत्तारूढ़ पार्टी जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) ने अपने 115 उम्मीदवारों की आधिकारिक सूची जारी कर दी है। टिकट बंटवारे के साथ पार्टी में उम्मीदवारों के विरोध का भी सिलसिला शुरू हो चुका है। कुछ दिन पहले नीतीश कुमार के मंत्री और भाजपा नेता प्रेम कुमार भी भारी विरोध का सामना करना पड़ा था.
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एक बार फिर बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा जहानाबाद में जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ा. और बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा को अपनी गाड़ी मैं बैठे-बैठे ही वहां से निकलना पड़ा. नीतीश सरकार के मंत्री कृष्णनंदन वर्मा के खिलाफ जहानाबाद के एयरोड्रम मैदान में जमकर नारेबाजी हुई।
दरअसल कृष्णनंदन वर्मा सुबह जहानाबाद के एयरोड्रम मैदान की तरफ से गुजर रहे थे. वहां लोगों को देख मंत्री जी जनता से मिलने चले गए. लेकिन स्थानीय लोगों ने उल्टे उनके खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगा दिए। इस दौरान वह चाह कर भी अपनी गाड़ी से उतर नहीं सके और गाड़ी में बैठे-बैठे ही लोगों के ताने सुनते रहे. लोगों ने शिक्षा मंत्री को ताना मरते हुए पूछा कि आप घोसी से विधायक थे. लेकिन आप ने ऐसा कौन सा काम किया है. जो आपको जहानाबाद भेज दिया गया.
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फिलहाल कृष्णा नंदन वर्मा जहानाबाद के घोसी विधानसभा से विधायक हैं. एक बार मंत्री जी को टिकट जहानाबाद क्षेत्र से लिया गया है. इस प्रकार है कि दरअसल पिछली बार जेडीयू से इनको घोसी विधानसभा क्षेत्र का द्वार बनाया गया था तब उस समय जेडीयू राजद के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही थी. 2015 में इन्होंने घोसी विधानसभा क्षेत्र में बड़ा उलटफेर करते वे 38 साल बाद बिहार के बड़े नेता जगदीश शर्मा के परिवार के हाथों से इस सीट को छिनने में कामयाब रही.
लेकिन इस बार परिस्थितियां बदल गई है क्योंकि जेडीयू ने घोसी विधानसभा क्षेत्र से जगदीश शर्मा के बेटे राहुल शर्मा को मैदान में उतार दिया. ऐसे में यह भी कहा जा रहा है कि कृष्ण नंदन वर्मा भी यही चाहते थे कि इस बार उनका विधानसभा क्षेत्र बदला जाए.
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