लद्दाख की गैलवान घाटी में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच सोमवार को हुई हिंसा के दौरान बीस भारतीय सेना के जवान मारे गए.
जहां 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए जिस पर पत्रकारों को केंद्र सरकार से सवाल पूछना चाहिए था वही आज तक की पत्रकार श्वेता सिंह इसके लिए सेना को ही जिम्मेदार ठहरा रही है.
एक रिपोर्ट में आज तक की पत्रकार स्वेता सिंह यह कहते हुए नजर आ रही है कि चीनी सैनिक भारत में आ गए और हम सोते रहे यह सरकार पर सवाल नहीं होता है यह सेना पर सवाल होता है इसमें श्वेता साफ-साफ सरकार का बचाव करते हुए नजर आ रही है.
इस वीडियो की क्लिप के बाद लोगों का सोशल मीडिया पर गुस्सा फूटा उसके बाद आज तक की पत्रकार श्वेता सिंह को लोगों ने ट्रोल करना शुरू कर दिया
इससे पहले यह बताया गया था कि भारतीय सेना का एक अधिकारी और दो जवान शहीद हुए थे और तीन से चार चीनी सैनिक भी मारे गए थे। हालांकि, इंडिया टुडे ने भारतीय सेना उच्च पदस्थ सूत्रों के हवाले से बताया है कि आमने-सामने के 20 भारतीय सैनिक मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि संख्या और बढ़ सकती है।
द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट में भारतीय सेना के वरिष्ठ सूत्रों के हवाले से बताया गया कि 34 भारतीय सैनिक भी लापता हैं – माना जाता है कि या तो मारे गए या पकड़े गए, हालाकि भारतीय सेना ने इसकी पुष्टि नहीं की