लगातार दो दिनों तक नेताओं से मुलाकात और बैठकें करने के बाद आखिरकार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बैरंग वापस लौट गए हैं। मंत्रिमंडल विस्तार पर अभी भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं।


रविवार को दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने दिल्ली प्रवास के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से चार बार, गृहमंत्री अमित शाह से दो बार, नरेंद्र सिंह तोमर से दो बार और पीएम नरेंद्र मोदी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और बीएल संतोष से एक-एक बार मुलाकात की।


हालाँकि उनकी सबसे संक्षिप्त मुलाकात पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के साथ रही। वे गृह मंत्री अमित शाह से मिलने उनके आवास पर पहुंचे और मात्र 20 मिनिट में ही बाहर आ गए।

सूत्रों की माने तो ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवराज सिंह द्वारा पार्टी आलाकमान को भेजी गई लिस्ट पर नाराज़गी जताई थी। इसके बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं को अपने इरादे बता दिए थे। यही कारण था कि सोमवार को आनन फानन में नरोत्तम मिश्रा को दिल्ली बुलाया गया।


वहीँ अभी हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बीजेपी के शीर्ष नेताओं से दिल्ली में मिले थे। केबिनेट विस्तार को लेकर उन्होंने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तौमर और पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद तय हो गया था कि मध्य प्रदेश केबिनेट का विस्तार 30 जून को किया जाएगा।


नए मंत्रियों को शपथ दिलाने के लिए मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का अतिरिक्त कार्यभार उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को सौंपा गया और आज उन्हें भी भोपाल पहुंचना था।


वहीँ सूत्रों की माने तो बीजेपी के कद्दावर नेताओं की अनदेखी किये बिना सिंधिया समर्थक 12 नेताओं को मंत्री बनाना संभव नहीं होगा। ऐसे में पार्टी हाईकमान ने इस मामले को सुलझाने के लिए कहा है।


रविवार से दिल्ली में डेरा जमाये बैठे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह और सिंधिया के साथ लगातार बैठकों के बाद सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर चुके हैं। वहीँ सिंधिया भी दिल्ली में ही डेरा जमाये हैं। फिलहाल देखना है कि क्या यह मामला आज शाम तक सुलझ पाटा है अथवा नहीं।

वहीँ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बैरंग भोपाल लौटने के बाद यह साफ़ हो गया है कि शिवराज मंत्रिमंडल के विस्तार को संकट के बादल घेर चुके हैं। कहा जा रहा है कि उपचुनाव को लेकर हुई चर्चा के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बारे में कुछ बातें पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा के सामने रखी थीं और ये बातें गृह मंत्री अमित शाह तक भी पहुंचाई गई हैं। इसके बाद फैसला लिया गया कि गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को दिल्ली तलब किया जाए।

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