दरअसल, भागवत ने एक समय कहा था कि हम सेना को दो-तीन दिन में तैयार कर सकते हैं। इसी को अब भूषण ने मुद्दा बनाया है और अपने ट्वीट में लिखा, ‘सेना को तैयार करने में 6 से 7 महीने लगते हैं, लेकिन हम (आरएसएस कार्यकर्ता) युद्ध के लिए दो-तीन दिनों में तैयार हो सकते हैं। यह हमारी क्षमता और अनुशासन है, जो हमें दूसरे से अलग करता है.

भारत और चीनी सैनिकों में तनाव बढ़ने के बीच लद्दाख सीमा पर चीन इन दिनों बेहद आक्रामक तेवर दिखा रहा है। इसको लेकर भारत ने भी पूरी तैयारी कर ली है। इसको लेकर सरकार और सेना ने कूटनीतिक के साथ ही रणनीतिक योजना तैयार की है।

कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के चीफ के साथ बैठक की। चीन सीमा पर डटे आर्मी कमांडर्स भी अपना प्लान तैयार कर रहे हैं। इस बीच, विपक्ष के हमले भी केंद्र की मोदी सरकार और आरएसएस पर तेज हो गए हैं।

वरिष्ठ वकील और सामाजिक कार्यकर्ता प्रशांत भूषण ने इस मौके पर भाजपा के मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानि आरएसएस पर सवाल उठाए हैं। अपने ट्वीट में उन्होंने आरएसएस चीफ मोहन भागवत के पुराने बयान का हवाला देते हुए कटाक्ष किया है। उन्होंने पूछा है कि क्या आएसएस अब अपना लोहा चीन सीमा पर लाद्दाख में दिखाएगी?

दरअसल, भागवत ने एक समय कहा था कि हम सेना को दो-तीन दिन में तैयार कर सकते हैं। इसी को अब भूषण ने मुद्दा बनाया है और अपने ट्वीट में लिखा, ‘सेना को तैयार करने में 6 से 7 महीने लगते हैं, लेकिन हम (आरएसएस कार्यकर्ता) युद्ध के लिए दो-तीन दिनों में तैयार हो सकते हैं। यह हमारी क्षमता और अनुशासन है, जो हमें दूसरे से अलग करता है, आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने यह कहा था। इसलिए क्या आएसएस अपना लोहा चीन सीमा पर लाद्दाख में दिखाएगी?’

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