झारखंड(Jharkhand) से एक चौकाने वाला मामला सामने आ रहा है। ईद के दिन जबर दस्ती एक 35 वर्षीय दुकान के मालिक मो हम्मद खुर्शीद मंसूर ने अपने दुकान में काम करने वाले 45 वर्षीय हिन्दू शंकर पंडित को जबर दस्ती नमाज पढ़वाकर उसका धर्मां तरण करने का प्रयास किया है। यह मामला झारखंड के गोड्डा जिले के ललमटिया का है। जानकारी के मुताबिक डकैता(Dakaita) गांव निवासी शंकर पंडित को बीते शुक्रवार को ईद की नमाज पढ़वाकर इ स्लाम धर्म कबूल करने के लिए बाध्य करने का मामला रविवार को सबके सामने आया।
पत्नी के बताने पर हुआ खुलासा
यह प्रकरण प्रकाश में तब आया जब पी ड़ित की पत्नी रुपाली देवी ने ललमटिया थाना में इसकी लिखित शिका यत की। शिका यत मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई और आ रोपी को पकड़ कर थाना लाई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अनुमंडल पदाधिकारी शिव शंकर तिवारी मामले की जांच कर रहे हैं। एसपी के निर्देश पर जांच पड़ताल चल रही है। सस्पेक्ट को पुलिस हिरा सत में रखकर पूछताछ की जा रही है।
मंसूरी की दुकान में शंकर पंडित डेढ़ साल से कर रहा था काम
पीड़ित शंकर पंडित पिछले डेढ़ साल से मो हम्मद खुर्शीद मंसूरी की दुकान में काम करता था। शंकर पंडित को दुकान में काम करने के एवज में ₹150 प्रतिदिन मजदूरी मिलती थी। पूछताछ में शंकर पंडित ने पुलिस को बताया कि ईद के दिन नमाज पढ़ाकर जब रन उसका धर्मां तरण करने का प्रयास किया। आगे वह बताता है कि खुर्शीद ने म स्जिद में ले जाकर उसे नमाज पढ़वाकर मु स्लिम बनने को मजबूर किया।
धर्म परिवर्तन के बाद बदला नाम
धर्म परिवर्तन के बाद आरो पी खुर्शीद ने पीड़ित शंकर पंडित का नाम बदलकर सलीम मंसूरी कर दिया। जब इस पूरे प्रकरण की जानकारी शंकर की पत्नी को मिली तो वह अपने बेटे जीतू पंडित के साथ ग्राम प्रधान नीलमणि मुर्मू के पास पहुँची और अपनी आपबीती सुनाई। ग्राम प्रधान ने मामले की संजीदगी को समझते हुए ललमटिया थाना प्रभारी को सूचना दी। इस पूरे प्रकरण की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी ललित कुमार पांडेय दल के साथ निकले और खुर्शीद मंसूरी तथा शंकर पंडित को पकड़कर ललमटिया थाना ले आए। इसके बाद आगे की कार्य वाही के लिए उच्च पुलिस अधिकारी जांच पड़ताल कर रहे हैं।