केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में किसानों के लिए लाए जा रहे 3 अध्यादेशो का विरोध करने के लिए दिल्ली के जंतर मंतर पर अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के नेतृत्व में किसान का प्रदर्शन दिल्ली उत्तर प्रदेश की सीमा पर शुरू हुआ था जिसमें योगेंद्र यादव के साथ 250 किसान और भी मौजूद थे जिसको करीब दोपहर तक रोक दिया गया.
वहीं दूसरी ओर प्रदर्शन में शामिल होने आ रहे प्रदर्शनकारी जिसमें उत्तर प्रदेश और हरियाणा की किसान शामिल थे उनको भी दिल्ली के सीमा यूपी के गेट और नरेला बॉर्डर पर ही रोक लिया गया दोनों ही राज्यों की किसान दिल्ली की ओर बढ़ते चली आ रही है लेकिन इसे प्रशासन के द्वारा रोक लिया गया.
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारतीय किसान यूनियन से जुड़े किसान जंतर मंतर जा रहे थे लेकिन इन सभी को गाजीपुर सीमा एनएच -24 पर रोक दिया गया पुलिस प्रशासन से बातचीत करने के लिए अपने प्रतिनिधि को भेजने के लिए कहां गया और अन्य लोगों को सीमा पर ही इंतजार करने के लिए कहा गया फिर उन लोगों ने अध्यादेशो के खिलाफ नारेबाजी की.

केंद्र ने हाल ही में 3 कृषि अध्यादेश कृषि उत्पादक व्यापार वाणिज्य (संवर्ध्दन और सरलीकरण) अध्यादेश किसान (सशक्तिकरण और संरक्षण) मूल्य बीमा समझौता कृषि सेवा अध्यादेश पारित किए हैं.
भारतीय किसान यूनियन और हरियाणा के अन्य किसान संगठनों ने बृहस्पतिवार को भी अध्यादेश के खिलाफ प्रदर्शन किए थे जिसे प्रशासन ने लाठी मारकर भगाया था उसके बाद पंजाब और यूपी के किसान इससे संबंधित जंतर मंतर पहुंचकर प्रदर्शन करने को ठा ना जिसे अब प्रशासन बात कर रही है और समस्या को समाधान करने की कोशिश कर रही है।
तीनों बिल के नाम कुछ इस प्रकार हैं
- Farmers Agreement of price Assurance and farm services Bill.2020
- Farmer’s Produce Trade and commerce Bill 2020.
- Essential Commodities Bill 2020
एक्सपोर्ट और ऑर्गेनाइजेशन का कहना है इन 3 Bill अध्यादेशों को सरकार जल्दबाजी में लाई गई इस बिल के अंदर जो किसानों की मांग थी उसको पूरा नहीं किया गया इसमें बताया जा रहा है कि कि जो प्राइवेट बिजनेसमैन है उन्हीं को ज्यादा फायदा पहुंचेगा इस बिल को पार्लियामेंट को बाईपास करके ऑडियंस के द्वारा पास किया गया इस मुद्दे को ऊपर पहले भी कई बार बात हो चुकी है।