वित्तीय संकट से जूझ रही सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के पास टीडीएस और कर्मचारियों की इपीएफ जमा कराने के लिए पैसे भी नहीं है कंपनी ने टीडीएस और ईपीएफ के भुगतान में डिफॉल्ट किया है सरकार एयर इंडिया को बेचने के लिए पूरे जोरों शोरों में लगी है. लेकिन सरकार को अभी तक इसमें कामयाबी नहीं मिल पाई है लेकिन अब सरकार एयर इंडिया के निवेशकों को लुभाने के लिए बड़ा कदम उठाने जा रही है।
सरकारी कंपनी एयर इंडिया संकट से जूझ रही है कंपनी के पास टीडीएस और कर्मचारियों की प्राइवेट फंड जमा कराने के लिए भी पैसे नहीं है जानकारी के मुताबिक कंपनी ने टीडीएस और पीएफ के भुगतान में डिफॉल्ट किया है।
हालांकि कंपनी ने इस बात से इनकार यह है कि उसने टीडीएस की भुगतान में डिफॉल्ट क्या है लेकिन पीएफ के मामले में कंपनी ने कुछ नहीं कहा अब एयर इंडिया को बेचने के लिए पूरा जोर लगा जा रही है सरकार जिसके लिए सरकार एयर इंडिया के निवेशकों के लिए ज्यादा आकर्षक बनाने के लिए कई विकल्पों पर विचार कर रहे हैं इसमें केंद्र सरकार एयर इंडिया पर कर्ज घटाने और विनिवेश की प्रक्रिया और आगे खिसकाने के बारे में सोच विचार कर रही है।
गौरतलब है कि एयर इंडिया का कर्ज 31 मार्च 2019 तक 58,255 करोड़ रुपए था सरकार ने विमानन कंपनी को निवेशकों के लिए आकर्षक बनाने के लिहाज से इसके ऋण में से 464 करोड़ रुपए एयर इंडिया असेट्स होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के नाम की सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी में ट्रांसफर कर दिए थे।
साथ ही कंपनी के विनिवेश के लिए बोलियां देने की समय सीमा इस साल पहले ही 4 बार आगे खिसकाई जा चुकी है महामारी के कारण या समय सीमा चौथी बार 25 अगस्त को बढ़ाकर 30 अक्टूबर कर दी गई थी जबकि विमानन कंपनी में सरकारी हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया की शुरुआत 27 जनवरी को की गई थी।
अब मोदी सरकार एयर इंडिया का कर्ज और कम करने पर विचार कर रही है ताकि इसमें रूचि लेने वाले पार्टियों के लिए इसे और आकर्षक बनाया जा सके।
क्योंकि सरकार का मानना है कि कंपनी पर भारी कर्ज होने की वजह से निवेशक झिझक रहे हैं इस वजह से कर्मचारियों पर भी इसका खासा असर दिख रहा है एयर इंडिया के पीएफ और टीडीएस नहीं देने से सेवा रद और रिटायर कर्मचारी प्रभावित हो रहे हैं।
पूर्व कर्मचारियों को बेनिफिट का इंतजार है ऐसे में सरकार के पास कंपनी बेचने के अलावा कोई रास्ता नहीं दिख रहा है अब देखना होगा कि सरकार की नई प्लानिंग निवेशकों को गुरु जाने में कारगर साबित कर पाता है या नहीं।