एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) के ताजा रिपोर्ट के अनुसार पिछले 7 सालों में कॉरपोरेट्स कंपनियों से सबसे ज्यादा चंदा बीजेपी को मिला है बाकी पार्टियों को मिले कारपोरेट कंपनियों से डोनेशन को मिलाने के बाद भी बीजेपी को बाकी अन्य पार्टियों से 7 गुना ज्यादा चंदा मिला है।
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एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स रिपोर्ट के अनुसार सबसे ज्यादा राजनीतिक चंदा पाने वाले पार्टियों में सबसे पहले नंबर पर बीजेपी है वही दूसरे नंबर पर कांग्रेस। साल 20018-19 बीजेपी को कारपोरेट कंपनियों से 698 करोड का चंदा मिला, जबकि वहीं कांग्रेस को केवल 122.5 करोड़ ही मिल सके। वहीं एनसीपी को 11.345 करोड़ रुपए दान में मिले
दरअसल एडीआर ने यह रिपोर्ट चुनाव आयोग द्वारा सार्वजनिक किए गए आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि सभी दलों को 20,000 रुपए से अधिक चंदा मिलने पर दान के बारे में विवरण देना आवश्यक होता है। इसमें दानकर्ता का नाम, पता, PAN कार्ड, पेमेंट का समय, और रकम का पूरा ब्यौरा देना पड़ता है। एडीआर की रिपोर्ट ये भी बताया है कि 274 दानदाताओं से राजनीतिक पार्टियों ने बिना PAN कार्ड और पता के हासिल किए है।
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राजनीतिक दलों को दान देने में सबसे पहले स्थान पर टाटा समूह समर्थित प्रोगेसिव इलेक्ट्रोरल ट्रस्ट रहा, टाटा के प्रोग्रेसिव ट्रस्ट ने 2018-19 में कुल 455.15 करोड़ रुपए का चंदा राजनीतिक पार्टियों को दिया।
किस पार्टी को कितना मिला दान –
वित्त वर्ष 2018-19 में पांच राष्ट्रीय दलों में से बीजेपी को 1,573 कॉर्पोरेट दानदाताओं से अधिकतम 698.082 करोड़ रुपये का चंदा मिला, जिसके बाद कांग्रेस को 122 कॉर्पोरेट दानदाताओं से 122.5 करोड़ रुपये का कुल चंदा मिला।इसके अलावा, NCP को 17 कॉर्पोरेट दानदाताओं से 11.345 करोड़ रुपये मिले।
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तृणमूल कांग्रेस को 44.26 करोड़ रुपए में से 42.99 करोड़ रुपए कॉर्पोरेट से मिले रिपोर्ट में कहा गया है कि कुल 319 चंदों के बारे में दानदाता फॉर्म में पते की जानकारी नहीं है, जिनसे राष्ट्रीय राजनीतिक दलों को 31.42 करोड़ रुपये मिले।