असम: अभी हाल में ही भारत मे 5 राज्यो के विधानसभा चुनाव खत्म हुए है। जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) 2 राज्यों में सरकार बनाने में कामयाब रही है। इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बाकी के 3 राज्यो में भी अच्छा प्रदर्शन किया और साथ ही पश्चिम बंगाल में मजबूत विपक्ष के रूप में भी उभर के सामने आयी है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) सत्ता में आने के बाद एक के बाद एक वादे निभाती हुई नजर आ रही हैं, जो चुनाव प्रचार के दौरान उसने राज्य की जनता से किए थे। इसी कड़ी में अब असम सरकार भी एक के बाद एक वादे निभाती हुई नजर आ रही हैं।

अब असम में भी आएगा गौरक्षा कानून

बता दे कि असम(Asam) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सत्ता में एक बार फिर से वापसी की है और साथ ही अब हिमंता बिस्वा सरमा के नेतृत्व में गोरक्षा के लिए राज्य में बिल लाया गया है। वही असम राज्य के नए मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने सोमवार यानी मई 24, 2021 को कहा है कि जहाँ गाय की पूजा होती है और हिन्दू रहा करते हैं, वहाँ गो हत्या पर पूरी तरह से पाबंदी होनी चाहिए। हिमंता बिस्वा सरमा ने आगे कहा कि हिन्दू गाय की पूजा करते हैं, इसीलिए गो माँस पर प्रतिबंध लगना चाहिए। उन्होंने असम विधानसभा में राज्यपाल के भाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान ऐसा कहा। बता दें कि इससे साफ तौर पर जाहिर है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने असम की जनता से जो वादे किए थे वह उन्हें निभाती हुई नजर आ रही है।

AIUDF ने कानून पर नाराजगी व्यक्त की

बता दे कि बदरुद्दीन अजमल के नेतृत्व वाली विपक्षी पार्टी AIUDF ने राज्य में इस कानून का विरोध किया है। इस डर के प्रस्तावित बिल से मॉब लिंचिंग की घटनाओं में बढ़ोतरी होगी और साथ ही ‘मुस्लिमों के खिलाफ जिस तरह की हिंसा काऊ बेल्ट (उत्तर भारत) में हो रही है वैसे ही असम में भी शुरू हो जाएगी। बता दें कि असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने ये साफ़ तौर पर स्पष्ट कहा कि गाय हमारी माता है और हम नहीं चाहते है कि पश्चिम बंगाल से असम में गाय की तस्करी हो या फिर जहाँ गायों की पूजा होती है, वहाँ गो माँस का भक्षण किया जाए। हम यह कभी होने नहीं देंगे। हिमंता बिस्वा सरमा ने आगे कहा कि हम ऐसा नहीं कह रहे हैं कि सभी लोगों को अपनी स्वाभाविक आदतों को छोड़ देना चाहिए। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और साथ ही कर्नाटक में गोरक्षा के लिए पहले ही कानून बनाए जा चुके हैं। इन तीनों ही राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार है। असम के सीएम ने उत्तर प्रदेश के दारुल उलूम के बयान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हिन्दुओं के रहने के स्थान पर गो हत्या न करने की बात कही है। यहाँ मामला संवेदना और हिन्दुओ की आस्था से जुड़ जाता है।

हिन्दू बाजार में मुस्लिम होटलों की कोई जरूरत नहीं है

हिमंता बिस्वा सरमा ने आगे कहा, “इसकी कोई ज़रूरत नहीं है कि गुवाहाटी के फैंसी बाजार, गाँधीबस्ती या फिर शांतिपुर में ‘होटल मदीना’ नाम से होटल हो। इनकी वहां कोई जरूरत भी नही है। क्योंकि यहाँ हिन्दू रहते हैं और साथ ही इससे मामला बेहद संवेदनशील हो जाता है। जहां मामला संवेदनशील नहीं है, वहाँ स्वाभाविक या फिर व्यक्तिगत आदतें जारी रहनी चाहिए।” हिमंता बिस्वा सरमा ने ये भी दावा किया है कि सरकारी नीति के ‘डायरेक्टिव प्रिंसिपल्स’ में ही बताया गया है कि गोहत्या नहीं होनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि वो लोगों से अपील करते रहेंगे कि वो धीरे-धीरे बीफ के लिए गो हत्या छोड़ें। अब देखना होगा कि नए नवेले मुख्यमंत्री हिमंता ने यह फ़ैसला गोरक्षा में लिया गया है। इस फ़ैसले का ऊंट किंस करवट बैठता है।

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