बिहार में सुशासन बाबू की सरकार है फिर भी बिहार में अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहा है. अब मामला बिहार की राजधानी पटना के पीएमसीएच का है जहां कोरोना का इलाज कराने आई एक युवती से रिटायर्ड जवान ने रेप किया. 8 जुलाई को पटना के पीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में युवती भर्ती हुई थी पीएमसीएच में गार्ड के तौर पर काम करता है आरोपी. युवती की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है बयान दर्ज कर थाना प्रभारी ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है वहीं पीड़िता का कल मेडिकल कराया जाएगा.
इससे पहले भी लग चुके हैं पीएमसीएच की भर्ती युवती से रेप का आरोप घटना से संबंधित दो वीडियो वायरल हुए हैं। एक वीडियो में युवती दुष्कर्म की कहानी बयां कर रही है। जबकि दूसरे वीडियो में युवती होमगार्ड जवान के सामने खड़ी होकर उस पर प्रत्यक्ष रूप से दुष्कर्म करने का आरोप लगा रही है। वीडियो में होमगार्ड जवान आरोप से इनकार कर रहा है।
वीडियो में युवती बेड पर लेटी है और वह बता रही है कि एक पुलिस वाला (होमगार्ड जवान) उसे छत पर ले गया था। छत पर उसके साथ दुष्कर्म किया गया। दूसरा वीडियो इमरजेंसी के बाहर बने पुलिस पोस्ट का है। पोस्ट पर आरोपी जवान बैठा है। सामने खड़ा होकर युवती उस जवान की पहचान कर रही है। युवती के आरोप के जवाब में जवान छत पर उसके पीछे जाने की बात तो स्वीकार रहा है लेकिन दुष्कर्म की बात पर वह कह रहा है कि मैंने सिर्फ तुम्हें इसलिए पकड़ा था क्योंकि तुम भाग रही थी। इस पर युवती अपने पिता और भगवान की सौगंध खाते हुए दुष्कर्म की बात कह रही है। हालांकि मामले की किसी ने लिखित शिकायत पुलिस से नहीं की है और न ही होमगार्ड के अधिकारियों को इस बात की खबर है। लेकिन एसएसपी के पास वीडियो पहुंचा है, जिसके आधार पर वे जांच की बात कह रहे हैं।
युवती गाजीपुर से भटकते हुए ट्रेन से धनबाद पहुंच गई थी। उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं थी। इसलिए उसे पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। वह सारी बातें समझती है। वीडियो वायरल होने के बाद युवती को पीएमसीएच से जीवन संस्था बस्ताकोला भेज दिया गया है। रविवार को मामले की जांच शुरू हो सकती है। पुलिस वीडियो बनाने वाले की तलाश कर रही है।
गया के आइसोलेशन वार्ड में भी महिला से किया गया था बलात्कार
पीड़ित महिला के परिवार का आरोप है कि अस्पताल के एक स्वास्थ्यकर्मी ने दो दिनों तक महिला के साथ बलात्कार किया. अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद घर पर ही अत्यधिक खून बहने से महिला की मौत हो गई.
रिपोर्ट के मुताबिक, 25 वर्षीय यह महिला 25 मार्च को अपने पति के साथ पंजाब के लुधियाना जिले से बिहार के गया लौटी थी. अपने ससुराल जाने से पहले महिला का लुधियाना में गर्भपात हो गया था. उस समय महिला दो महीने की गर्भवती थी.
गया पहुंचने के बाद महिला ने अत्यधिक खून बहने की शिकायत की थी. महिला के पति ने उन्हें 27 मार्च को अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था, जहां कोरोना वायरस के संदेह में महिला को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया.
महिला के परिवार के सदस्यों का आरोप है कि आइसोलेशन वार्ड में पीड़िता की देखरेख करने वाले डॉक्टर ने दो और तीन अप्रैल की रात को उससे बलात्कार किया.
पीड़ित महिला की सास ने बताया, ‘उनकी बहू की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अगले दिन उसे डिस्चार्ज कर दिया गया था. घर लौटने के बाद वह चुप और सबसे अलग रहने लगी. वह डरी हुई थी. पूछने पर उसने बताया कि एक डॉक्टर ने आइसोलेशन वार्ड में उसके साथ बलात्कार किया है.’
पीड़ित महिला की छह अप्रैल को मौत हो गई थी. हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िता की सास फुलवा देवी ने आरोपी स्वास्थ्यकर्मी के खिलाफ रौशनगंज थाने में अपना बयान दर्ज कराया था. इसी आधार पर ही थाने में एफआईआर दर्ज की गई.