मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन को 3 महीने हो गए हैं। लेकिन उसके बाद भी भाजपा के सीनियर नेताओं को ज्योतिरादित्य सिंधिया ( jyotiraditya scindia ) समर्थक नेताओं के साथ सामंजस्य बैठाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व मंत्री दीपक जोशी ( Deepak joshi ) की नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री दीपक जोशी की तारीफ किए जाने के बाद राजनीतिक गलियारों में नई बहस छिड़ गई है। भले ही भाजपा नेतायह दावा कर रहेहों कि दीपक पार्टी के साथ हैं। लेकिन,दीपक ने जिस तरह के तेवर अख्तियार कर रखे हैं उससे लगता है कि आगामी उपचुनाव में वे हाटपिपल्या विधानसभा क्षेत्र से सिंधिया समर्थक मनोज चौधरी का खेल बिगाड़ सकते हैं। दिग्विजय के तारीफ करने पर दीपक जोशी का कहना है कि उनका मेरी तारीफ करना मेरे लिए गोल्ड मैडल मिलने जैसा है।
दीपक ने कहा-संभावनाएं और विकल्प हमेशा खुले रहते हैं
पूर्व मंत्री दीपक का कहना है कि बीते एक साल से मुझे पार्टी के कार्यक्रमों से काटने की कोशिश की गई है, इसमें पार्टी के कुछ लोगों ने सहमति दी है। उन्होंने कहा कि राजनीति में संभावनाएं और विकल्प हमेशा खुले रहते हैं। मेरे और पार्टी के खिलाफ षड्यंत्र रचने वालों के खिलाफ एक कार्यकर्ता की तरह लड़ाई लड़ रहा हूं।चुनाव में हार-जीत तो चलते रहती है लेकिन जो लोग मुझे दौड़ में नहीं हरा पाए, उन्होंने मुझे तोड़कर हराने की कोशिश की। लोकसभा चुनाव के समय भी मेरा अपमान किया गया। इसे लेकर मैंने वरिष्ठजन शिवराजसिंह चौहान, सुहास भगत को भी अवगत करा दिया। कैलाश विजयवर्गीय स्वयं आए थे, उन्हें भी बता दिया।
दीपक इसलिए नाराज
हाटपिपल्या से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े मनोज चौधरी ने दीपक जोशी को हराया था। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मनोज चौधरी भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा आलाकमान ने मनोज को टिकट देना तय कर लिया है। ऐसे में दीपक के राजनीतिक भविष्य को लेकर संशय बन गया