उत्तरप्रदेश में जिस प्रकार प्रतिदिन महिलाओं के प्रति अपराध की घटनाएं सामने आ रही है. इससे ऐसा लग रहा है जैसे अपराधियों को यूपी की कानून व्यवस्था का कोई खौफ ही नही है. और इन अपराधों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किये गए तमाम दावों की भी पोल खोल देता है. एक तरफ जहां देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देते है।
वही उन्ही के पार्टी के अन्य लोग आरोपियों के साथ खड़े दिखाई देते है. और यही नही यहां तक कि प्रसाशन के अधिकारी भी आरोपियों के साथ खड़े रहते है, यही कारण है कि आज उत्तरप्रदेश में प्रतिदिन ऐसी घटनाएं सुनने को मिलती है. और इन्ही कारणों से ही यूपी में अपराधियों के हौसले बुलंद भी हो रहे है।
फिर वह यूपी के हाथरस में दलित युवती के साथ हुई दर्दनाक घटना ही या फिर बलरामपुर में हुई दरिंदगी की घटना. वो पूरे देश ने देखा किस तरह पूरा यूपी प्रशासन के अधिकारी बलात्कारियों को बचाने में लगे रहे. पहले पीड़िता की FIR नही लिखना, उसका उचित इलाज न कराना, और न ही आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाही करना ये सारी बाते वही स्पष्ट करती हैं।
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यही कारण है कि विपक्ष भी लगातार ऐसी घटनाओं को लेकर उत्तरप्रदेश की योगी सरकार पर हमलावर है. इसी बीच सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एक फोटो शूट की तस्वीर वायरल होने लगी जिस पर कई विपक्षी नेताओं ने इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा।
वही कांग्रेस नेता पंखुड़ी पाठक ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए पंखुड़ी पाठक ने ट्वीट कर लिखा “यह लोग इसी लिए सत्ता में आए हैं -देश के संसाधन अपने साथियों को बेचने के लिए… और तरह तरह से अपने फोटो शूट करवाने के लिए।
बाकी बेरोज़गार आत्महत्या करते रहें , बेटियां मरती रहें , गुंडागर्दी चलती रहे , अर्थव्यवस्था गिरती रहे… इन्हें क्या!”
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दरसअल जिस प्रकार से उत्तरप्रदेश में प्रतिदिन महिलाओं के प्रति अपराध की घटनाएं सामने आ रही है, उसको लेकर तमाम विपक्षी दल उत्तरप्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमलावर है. और लगातार यूपी की कानून व्यवस्था पर भी गंभीर आरोप लगा रहे है।वही इस फोटोशूट की फ़ोटो वायरल होने पर मुख्यमंत्री पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि राज्य की कानून व्यवस्था पर ध्यान देने के बजाय वो अपनी फोटो प्रोफाइल बनाने में व्यस्त हैं।