Coronavirus 2nd Wave: देश के कई सारे हिस्सों में कोविड-19 संक्रमण बहोत ही तेज़ी से अपना पैर पसार रहीं है। तो अब ऐसे में मास्क पहनने और साथ ही दूसरों से शारीरिक दूरी (6 फीट) बनाने के साथ आपके लिए पहले से और भी अधिक सावधानी बरतना बहोत ही महत्वपूर्ण हो गया है। ये समझना बहुत ही ज़रूरी है कि कोविड-19 वायरस महामारी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है, इसलिए किसी बीमार व्यक्ति के संपर्क में आने से भी आपका भी बीमार होने का ख़तरा बढ़ जाता है। और यही वो बड़ी वजह है कि डॉक्टर भी सभी लोगों को ये सलाह दे रहे हैं कि ऐसे समय में सब घर पर ही रहे और सोशल गैदरिंग करना इस वक्त ख़तरे से कम नहीं होगा।
भारत में कोविड-19 के मामले बढ़ने का वजह
गुरुग्राम के फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, के निदेशक और साथ ही प्रमुख, हेमटोलॉजी और अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण, राहुल भार्गव का ये कहना है कि “भारत में कोविड-19 के मामले इसीलिए बढ़ रहे हैं क्योंकि लोग हाथ धोना, मास्क पहनना और साथ ही शारीरिक दूरी बनाए रखने जैसे सावधानी के आम बुनियादी सुरक्षात्मक और निवारक उपाय नहीं कर रहे हैं। शारीरिक दूरी बनाए रखने की तत्काल आवश्यकता है – कम से कम 6 फीट। लोगों को यह समझने की ज़रूरत है कि यह वायरस हवा में बूंदों के माध्यम से भी फैल रहा है। हम कोविड-19 के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं, जहां पर हमे बहुत सावधान और साथ ही सतर्क रहने की ज़रूरत है।
Covid-19 से लड़ाई में लोगों को सिर्फ मास्क पहनना ही काफी नहीं
गुरुग्राम के नारायणा अस्पताल के कंसलटेंट और आपातकालीन विभाग और चिकित्सा सेवाओं के प्रमुख, स्वदेश कुमार ने कहा, “किसी भी समय अपनी आंखों, नाक और साथ ही मुंह को छूने से बचें। अगर आपने मास्क पहना है, लेकिन शारीरिक दूरी नहीं बना रहे हैं या फिर आप मास्क नाक के नीचे है, तो भी आपको कोविड-19 से संक्रमित होने का ख़तरा बड़ा है। मास्क को हमेशा सही तरीके से पहनें। इसके साथ ही मास्क को साबुन या फिर डिटरजेंट से धोते रहें और साथ ही पहनते वक्त उसे बार-बार छूने से बचें। ये छोटी-छोटी सावधानियां ही आपकी ज़िंदगी को Covid-19 से बचा सकती हैं।”
Covid-19 से संक्रमण के ख़तरा को कैसे करें कम
अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के मुताबिक , जब Covid-19 संदिग्ध या पुष्टि वाला व्यक्ति घर के भीतर रहा है, तो फिर वायरस हवा में मिनटों से लेकर घंटों तक निलंबित रह सकता है। कई कारक उस समय को प्रभावित कर सकते हैं जब यह वायरस निलंबित रहता है और साथ ही संक्रामक होता है। इनमें श्वसन की बूंदें या छोटे कणों में, हवा, सतहों, वेंटिलेशन, तापमान और साथ ही आर्द्रता में वायरल लोड शामिल हैं।
सीडीसी के अनुसार , लगातार मास्क पहनने और साथ ही सही तरीके से पहनने से घर के अंदर और सतहों पर मौजूद वायरस के ख़तरे को कम कर सकता है। हेल्थ एजेंसी ने भी ये बात कही है कि एपिडेमियोलॉजिक और साथ ही एक्सपेरीमेंटल डाटा पर आधारित शोध के मुताबिक , इस संक्रमण का ख़तरा और भी बढ़ जाता है अगर आप ऐसी जगह प्रवेश करें जहां पर कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति भी गया है।
वही यह ख़तरा 24 घंटों के बाद ही कम हो सकता है। इस ख़तरे को कम करने के लिए उस जगह के वेंटीलेशन को बढ़ाना होगा और साथ ही वहां प्रवेश करने से पहले जितना हो सके उतनी देर इंतज़ार करना होगा। साथ ही आपको मास्क, फेस शील्ड और गॉगल्स जैसी चीज़ों का भी इस्तेमाल करना होगा ।