भारत के पूर्व रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर रघुराम राजन (Raghuram Rajan) ने कहा कि देश में राष्ट्रवादी भावनाएं कोरोनावायरस ने से पहले ही मजबूत थी लेकिन अब कोरोना ना संक्रमण के बीच यह और मुखर हो रही है रघुराम राजन ने देश में लोगों को कोरोना महामारी (Corona epidemic) को सांप्रदायिक रंग देने के प्रति आगाह किया|

वीडियो कांफ्रेंस के जरिए आयोजित शिकागो विश्वविद्यालय (Chicago University) की Harper व्याख्यानमाला में रघुराम राजन ने कहा “हम भारत में यह आरोप देख रहे हैं कि यह मुस्लिमों की साजिश है इस तरह का व्यवहार किसी भी दिन फट सकता है जिससे देश में समुदायों के बीच सामंजस्य रखना और मुश्किल हो सकता है उन्होंने कहा कि इस प्रकार का आचरण घातक हो सकता है और विभिन्न समुदाय के लोगों को साथ लेकर चलना मुश्किल हो सकता है”|

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष आईएमएफ (IMF) ने रघुराम राजन सहित 11 लोगों को अपने एक्सटर्नल एडवाइजरी समूह में शामिल किया गया है यह समूह को कोरोनावायरस महामारी से निपटने में दुनिया भर में चल रही कोशिश और नीतिगत मसलों के बारे में आईएमएफ को बताएगा|

फिलहाल शिकागो विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रघुराम राजन ने कहा कि दुनिया का कोई भी देश कोरोनावायरस के संक्रमण से नहीं बचा है उन्होंने आगे कहा कि दुनिया का हर हिस्सा इससे प्रभावित है और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बाधित हुई है चालू वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी में 30 से 40% की गिरावट आने की आशंका है रघुराम राजन ने कहा कि 2020 की दूसरी छमाही में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आने के बावजूद वैश्विक आर्थिक वृद्धि में गिरावट ही होगी उन्होंने कहा वैश्विक अर्थव्यवस्था की हालत में सुधार एक साल बाद ही आने की संभावना है|

आपको बता दें कि कोरोना महामारी को भारत में मीडिया का एक धड़ा सांप्रदायिक रंग देने में लगा हुआ है मीडिया का एक धड़ा तबलीगी जमात को Corona महामारी फैलाने का मुख्य कारण बता रही है आपको बता दें कि कोरोनावायरस नहीं तो धर्म देखता है ना ही जात पात ना ही गरीबी नही अमीरी आप जितना सचेत रहेंगे कोरोना संक्रमण का खतरा उतना ही कम रहेगा| भारत में कोरोना संक्रमण से मरीजों की संख्या 23,077 पार हो चुकी है जिनमें स्वस्थ लोगों की संख्या करीब 4749 है वहीं इस संक्रमण से करीब 718 लोगों की मृत्यु हो चुकी है|

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