गुजरात राज्य के शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा के विधानसभा चुनाव को गुजरात हाईकोर्ट ने Null and void कर दिया है। सादा भाषा में कहूँ तो भाजपा मंत्री की 2017 विधानसभा चुनाव में मिली जीत, न्यायालय में इलीगल पाई गई है|

गुजरात राज्य के न्यायाधीश परेश उपाध्याय ने 73 वी सुनवाई में भाजपा मंत्री के इस चुनाव को अमान्य घोषित कर दिया है। ध्यातव्य है कि 2017 विधानसभा चुनाव में वोट काउंटिंग में समय प्रशासन के साथ घपलेबाजी करके भूपेंद्र को 327 वोटों के साथ जीत मिली थी।

सामने कांग्रेस के प्रत्याशी अश्विन राठौड़ थे जोकि ओबीसी वर्ग से आते हैं और पेशे से किसान हैं। अश्विन ने बीते तीन सालों में एक भी हियरिंग नहीं छोड़ी और अंत में जीत कांग्रेस प्रत्याशी अश्विन की ही हुई है।

बताइए भाजपा के शिक्षा मंत्री ही न्यायालय में इलीगल पाए जा रहे हैं, उस राज्य में नैतिक शिक्षा के क्या हाल रहे होंगे। प्रशासन और मंत्री ही मिलकर चुनाव तय कर लें। फिर जनता पर वोट किसलिए डलवाते हैं?

क्या पूरा गुजरात इलेक्शन ही, इस तरह की घपलेबाजी करके जीता गया है? माना जाता है भूपेंद्र गुजरात राज्य में दूसरे नम्बर के मंत्री हैं। क्या ये सब बिना प्रधानमंत्री की नजरों से गुजर कर हो रहा होगा?

input:Bolta Hindustan

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