8 नवंबर 2016 दिन मंगलवार आप को याद होगा जब देश में नोटबंदी हुई थी. जिसकी घोषणा करते हुए पीएम मोदी ने कहा था. इससे कालेधन पर लगाम लगेगी. लेकिन अब उनके दावों की उन्हीं की पार्टी के नेता कलई खोल रहे हैं और यह दावा कर रहे हैं कि नोटबंदी के दौरान हजारों करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था।
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यह दावा मोदी सरकार कद बीजेपी नेता पीवीएस शर्मा द्वारा किया गया हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कालेधन को रोकने के लिए नोटबंदी की थी।परन्तु गुजरात के सूरत में कालेधन वालों ने अपने काले धन को सफेद कर लिया. पीवीएस शर्मा ने कहा कि नोटबंदी के दौरान सिर्फ सूरत में ही 2 हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था. साथ ही उन्होंने इस मामले में आयकर अधिकारी, बिल्डर्स, सीए और ज्वैलर्स पर आरोप लगाए हैं।
बीजेपी नेता पीवीएस शर्मा ने ट्वीट कर नोटबंदी के समय बैंक में जमा हुए करोड़ों रुपये और मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए कुछ स्थानीय ज्वैलर्स पर पैसे बनाने के आरोप लगाए हैं। साथ ही उन्होंने पीएम मोदी से पूरे मामले की सीबीआई (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) से जांच कराने की मांग की है।
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पीवीएस शर्मा ने कहा की नोटबंदी में हुए भ्रष्टाचार पर कुछ भृष्टाचारियों ने पैसे खाकर घोटालो पर पर्दा डाले रखा ऐसे में और ऐसे तत्वों को बेनकाब करना पीएम मोदी (PM Modi) की जिम्मेदारी है। बीजेपी नेता के इस दावे के बाद सूरत के जूलर्स और बिल्डर्स में खलबली सी मच गई है. बीजेपी नेता के दावे के बाद कलामंदिर जूलर्स के मालिक मिलन भाई शाह मीडिया के सामने आए और सफाई दी।
मिलन भाई ने कहा कि उन पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं और वो हर तरह की जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं. मिलन शाह ने कहा कि पीवीएस एक विवादास्पद पूर्व आईटी अधिकारी हैं, जो ट्विटर पर चोरी के दस्तावेज पोस्ट करते हैं, जो एक आपराधिक कृत्य है. हमने वर्ष 2016-17 में हमारी कंपनी की तुलना में 12 गुना अधिक कर का भुगतान किया है, जिसकी जानकारी आरओसी की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
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पीवीएस शर्मा लंबे समय से बीजेपी के नेता है. वह पूर्व IT अधिकारी रह चुके हैं. बीजेपी के टिकट पर शर्मा पार्षद का चुनाव लड़कर जीत हासिल कर चुके हैं. राजनीति में एंट्री करने से पहले शर्मा ने करीब 18 साल आयकल विभाग में सेवा दी है।