Bihar Lockdown 2021: क्या एक बार फिर से बिहार में लग सकता है लॉकडाउन? दरअसल बिहार में कोरोना महामारी की दूसरी लहर में लगातार बढ़ते हुए मरीजों की संख्या और साथ ही उसके हालात को देखकर ये अंदाजा लगाया जा रहा है। कोरोना महामारी के सेकेंड वेव के चलते प्रदेश में सरकार की ओर से सबसे पहले स्कूल-कॉलेज शिक्षण संस्थान को बंद करने के आदेश के बाद अब प्रतिबंधों का दायरा धीरे-धीरे बढ़ाया जा रहा है।

दरअसल नये आदेश के अनुसार बिहार में सभी दुकानें और साथ ही प्रतिष्ठान अब शाम के सात बजे तक ही खुलेंगे। यह रोक रेस्टोरेंट, ढाबा, भोजनालय और साथ ही होटल पर नहीं लागू रहेगी , लेकिन इन सभी का संचालन कोरोना महामारी के बचाव के लिए तय शर्तों के साथ होगा। सभी दुकानों और साथ ही प्रतिष्ठानों में सभी के लिए मास्क का उपयोग अनिवार्य होगा। काउंटर पर कर्मियों और साथ ही आगंतुकों के लिए सैनेटाइजर की व्यवस्था भी अनिवार्य रहेगी। दुकान और प्रतिष्ठान के परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना बहोत ही जरूरी होगा।


बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कोरोना महामारी को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर आपदा प्रबंधन समूह की हुई बैठक में उक्त फैसले लिये गए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शाम को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि नाइट कर्फ्यू पर अभी तक कोई भी फैसला नहीं लिया गया है। तीन-चार दिनों की कोरोना महामारी की स्थिति को देखते हुए आगे इस पर हमलोग निर्णय लेंगे। बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया है कि सभी होटल, रेस्टोरेंट और साथ ही ढाबा अपनी क्षमता से 25 प्रतिशत तक उपयोग कर लोगों को बैठाएंगे।

वही होम डिलीवरी और साथ ही टेक अवे के संचालन पर रोक बिल्कुल भी नहीं रहेगी। वही सभी सिनेमा हॉल बैठने की क्षमता का 50 प्रतिशत का ही उपयोग करेंगे। सभी पार्कों और साथ ही उद्यानों में मास्क का प्रयोग और साथ ही कोरोना महामारी से बचाव के व्यवहार करना अनिवार्य होगा। सभी धार्मिक स्थल आमजनों के लिए बंद रहेंगे। सरकारी कार्यालयों में उप सचिव, इनके समकक्ष तथा इनसे वरीय अधिकारी शत-प्रतिशत आएंगे। उनके अधिनस्थ कर्मचारी और साथ ही पदाधिकारि बारी-बारी से 33 प्रतिशत ही उपस्थित रहेंगे।


आवश्यक सेवाएं पर शर्तें नहीं रहेंगे लागू

आपको बता दें कि आवश्यक सेवाएं जैसे कि पुलिस, स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन, फायर ब्रिगेड, दूरसंचार, डाक, बैंक आदि पर ये शर्तें लागू नहीं होंगे। निजी कार्यालय और साथ ही संस्थान के व्यावसायिक और गैर व्यावसायिक 33 प्रतिशत कर्मियों के साथ ही खोलने के अनुमति होगी। किंतु आपको बता दें कि औद्योगिक प्रतिष्ठानों पर यह बंधन लागू नहीं होगा। वे यथावत पूर्व की भांति काम करेंगे। पब्लिक ट्रांसपोर्ट में निर्धारित बैठने की क्षमता के 50 प्रतिशत के उपयोग की अनुमति रहेगी। बता दें कि शुक्रवार को ये कुछ जरूरी निर्णय लिए गए हैं।

शादी-श्राद्ध में बस 200 लोग ही हो सकेंगे सामिल

आपको बता दें कि सार्वजनिक स्थलों पर किसी भी प्रकार के सरकारी अथवा निजी आयोजन पर रोक रहेगी। अंतिम संस्कर के लिए 50 तथा श्राद्ध और विवाह के लिए 200 लोगों तक की सामिल हो सकेंगे ।

कोरोना टीका की नहीं है कहीं कमी

बता दे कि पत्रकारों के सवाल पर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि कोरोना टीका की राज्य में कही भी कमी नहीं है। आज 9 लाख टीका आया है, जिन्हें सभी जिलों में भेजा जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि जो भी कोरोना जांच राज्य में हो रही है, उनमें से 68 प्रतिशत आरटीपीसीआर हो रही है।

सर्वदलीय बैठक पर राज्यपाल से की बात

बता दे कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार की मीटिंग में राज्यपाल के स्तर पर भी जागरूकता के लिए पहल करने की भी बात कही थी। इसी आलोक में आज मैंने राज्यपाल फागू चौहान से बात की है। आठ-दस दिनों के अंदर सर्वदलीय बैठक बुलाई जाएगी। राज्यपाल ने भी अपनी सहमति दे दी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और साथ ही शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी के अलावा भी तमाम आलाधिकारी उपस्थित थे।

राज्य के स्कूल-कॉलेज और साथ ही कोचिंग संस्थान 18 अप्रैल तक रहेंगे बंद

आपको बता दें कि राज्य के सभी स्कूल, कॉलेज और साथ ही कोचिंग संस्थान को एक बार फिर से 18 अप्रैल तक बंद कर दिया है । वही बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बच्चे और बच्चियों की रक्षा के लिए यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पूर्व में 11 अप्रैल तक के लिए स्कूल, कॉलेज और साथ ही कोचिंग संस्थान बंद किये गए थे। मगर कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार ही बढ़ता जा रहा है। इसको देखते हुए इसकी अवधि थोड़ी और बढ़ा दी गई है।

पूर्व से निर्धारित परीक्षाएं की जाएंगी आयोजित

हालांकि आपको बता दें कि इस दौरान पूर्व से निर्धारित परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी, लेकिन इन परीक्षाओं में भी कोरोना महामारी से बचाव के प्रोटोकॉल का पालन करना सभी के लिए बेहद अनिवार्य रहेगा।

ट्रेन से आने वाले सभी लोगों की स्टेशन पर ही होगी जांच

ट्रेनों से बिहार आने वाले सभी लोगों की रेलवे स्टेशनों पर ही जांच होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगे कहा कि कई राज्यों में कोरोना महामारी के मामले बेहद गंभीर हैं। वहां से बिहार के लोग लौटेंगे तो उनकी कोरोना जांच की व्यवस्था अब रेलवे स्टेशनों पर ही की गई है। इसी के साथ जांच में जो लोग भी संक्रमित पाये जाएंगे, उनके इलाज के लिए अस्पताल अथवा आइसोलेशन सेंटर में उनकी स्थिति को देखते हुए उन्हें भेजा जाएगा। वही अब एयरपोर्ट पर भी कोरोना के जांच की व्यवस्था की गई है।

बिहार के सभी अनुमंडलों में बनेंगे क्वारंटाइन सेंटर

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस बार अनुमंडल स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर बनेंगे। बाहर से आने वाले सभी लोग जिनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आएगी, वे चाहें तो उनके वहां रखने की व्यवस्था होगी। जो वहां नहीं रहना चाहेंगे उन्हें ये सलाह दी जाएगी कि वे अपने घर जाकर कोरोना महामारी से बचाव का पालन अच्छे तरीके से करें। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पिछले साल प्रखंड स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर बने थे, जहां पर 15 लाख लोगों को रखने की व्यवस्था की गई थी, लेकिन अब काफी कुछ अनुभव हुआ है। उसी के मुताबिक जो जरूरी चीजें हैं, उन्हें ही इस बार किया जा रहा है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आगे बताया कि- नाइट कर्फ्यू के बारे में अभी तक कुछ भी नहीं सोचा है। आगे के तीन-चार दिनों में स्थिति को देखकर ही इस पर कोई निर्णय लिया जाएगा। हमारी कोशिश यहि है कि ज्यादा से ज्यादा जांच की जाए और साथ ही टीकाकरण हो। वही अनुमंडल स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर बनाए जाएंगे। सभी लोग सचेत रहें।

वही अगर आवश्यक हो तभी अपने घर से निकलें। हमेशा मास्क जरूर पहनें। साथ ही कोविड प्रोटोकॉल का भी गंभीरता से पालन करें। सरकार हर स्थिति पर बारीक नजर रख रही है। लोगों की किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसके लिए एक-एक चीज की समीक्षा हर रोज की जा रही है। कोरोना महामारी की जांच और साथ ही टीकाकरण दोनों को बढ़ाया जा रहा है। 11 से लेकर 14 अप्रैल तक टीकाकरण अभियान चलाकर रोज चार लाख किये जाएंगे।

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