हिंदी में एक कहावत है धोती फटे तो फटे लेकिन नवाबी ना घटे हम यह इसलिए कह रहे हैं कि कोरोनावायरस में जहां मजदूर अपने घर जाने के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं वहीं बिहार के क्वॉरेंटाइन सेंटर में लौंडा नाच का आयोजन किया गया है. फिर भी क्वॉरेंटाइन में रहने वाले कहते हैं हमें कुछ नहीं मिला अब आप ही बताइए लौंडा नाच का आयोजन तक हो गया और लोगों को क्या चाहिए इससे ज्यादा मनोरंजन क्या हो सकता है?
क्वॉरेंटाइन सेंटर में नाच का एक वीडियो वायरल हो रहा है. समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र के मध्य विद्यालय में इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गई.
मध्य विद्यालय (करर्ख गांव) में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर में सिस्टम को ताक पर रखकर नाच प्रोग्राम कराया गया. इस कार्यक्रम में अश्लील गाने बजाए गए. मालूम हो गि क्वॉरेंटाइन सेंटर में प्रवासी मजदूरों को रखा गया है. अब स्कूल में नाच प्रोग्राम के कलाकारों के प्रवेश पर सवाल खड़ा हो गया है. सवाल उठने शुरू हो गए कि अखिर किसकी मर्जी से क्वॉरेंटाइन सेंटर में नाच का आयोजन किया गया.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद एडिशनल कलेक्टर का बयान आया. न्यूज एजेंसी ANI को उन्होंने कहा कि हमने मामले का संज्ञान लिया है और इस पर कार्रवाई की जाएगी. हमने वहां टीवी की व्यवस्था की है. प्रशासन वहां बाहर से किसी भी मनोरंजन की इजाजत नहीं देती है.