RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज कहा कि देश की अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष में 9.5 प्रतिशत गिरने की संभावना है। जबकि उच्च मुद्रास्फीति का हवाला देते हुए नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया। गवर्नर दास ने कहा कि जीडीपी कोरोना वायरस से होने वाले नुकसान से बाहर निकल सकती है और 2020 की चौथी तिमाही तक सकारात्मक हो सकती है।
जीडीपी में 9.5 फ़ीसदी गिरावट का अनुमान –
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रित नीति समीति में ये फैसला लिया गया है. नई मौद्रिक नीति की जानकारी देते हुए रिज़र्व बैंक ने वर्ष 2021 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में गिरावट की संभावना भी जताई है.
रिज़र्व बैंक के मुताबिक वर्ष 2021 के लिए जीडीपी के 9.5 प्रतिशत गिरने का अनुमान है. आरबीआई ने चार फीसदी रेपो रेट को बरकरार रखा है. वहीं, रिवर्स रेपो रेट में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है. रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी ही बनी रहेगी.
गवर्नर ने मौद्रिक नीति समिति के नीतिगत निर्णयों की घोषणा करते हुए कहा, “राष्ट्र का मिजाज डर से आशा की ओर बढ़ गया है।” शक्तिकांत दास ने कहा, “2021 में रियल जीडीपी में 9.5 फीसदी की गिरावट आने की संभावना है, लेकिन तेजी से रिबाउंड का अनुमान है।”