नई दिल्ली। आपको बता दें कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह (Parambir Singh) ने शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) को चिट्ठी लिखी थी। जिसमें उन्होंने एंटीलिया केस (Antilia case) में फंसे हुए मुंबई पुलिस के बर्खास्त एपीआई सचिन वाजे (Sachin Waze) और साथ ही राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) को लेकर एक मेल के जरिए सनसनीखेज बयान दिया था।

ऐसे में जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव सरकार फंसती नजर आई तो फिर परमवीर सिंह की उस ई-मेल आईडी की जांच करने की बात कह दी। बता दें कि जिस ई-मेल आईडी से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र भेजा गया है, उस पर उद्धव सरकार ने कई सारे सवाल खड़े करते हुए कहा है कि, पत्र में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह के साइन नहीं हैं। वही अब ऐसे में खुद परमवीर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बड़ी जानकारी दी है।

बता दें कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने एक निजी चैनल से बात करते हुए मेल आईडी को लेकर कहा है कि, वो मेल आईडी उन्हीं की है। हालांकि इस मामले में कुछ और बोलने से परमवीर सिंह बचते हुए भी नजर आए। उन्होंने मेल आईडी खुद की बताई और साथ ही कहा कि, “मेरी ही आईडी से वो चिट्ठी भेजी गई है, इसके अलावा मैं इस बारे में और कुछ भी नहीं कहूंगा।”

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आपको बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र मुख्यमंत्री ऑफिस की तरफ से कहा गया था कि, “होमगार्ड कमांडेंट जनरल परमबीर सिंह के नाम से एक पत्र आज (शनिवार) शाम 4.37 बजे मुख्यमंत्री सचिवालय के आधिकारिक ई-मेल पर आया। यह ई-मेल [email protected] से मिला, जिसमें की केवल परमबीर सिंह का नाम है, लेकिन उनमे उनके हस्ताक्षर नही हैं। परमबीर सिंह से संपर्क करने का प्रयास विभाग के माध्यम से किया जा रहा है। असल में, IPS अधिकारियों की सूची के लिए परमबीर सिंह द्वारा दिया गया व्यक्तिगत ईमेल पता [email protected] है, इसलिए प्राप्त ईमेल की जांच होनी बेहद जरुरी है।” हालांकि, आपको बता दें कि बाद में पत्र का आखिरी पेज सामने आया, जिसपर साइन दिखा।

बता दें कि परमवीर सिंह ने जो चिट्ठी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव सरकार के पास भेजी, उसमें उन्होंने महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाते हुए ये कहा था कि उन्होंने सचिन वाजे से 100 करोड़ रुपये हर महीने कलेक्ट करने के लिए कहा था। उन्होंने लिखा कि मुंबई पुलिस के क्राइम ब्रांच के इंटेलिजेंस यूनिट की जिम्मेदारी संभालने वाले सचिन वाजे को गृह मंत्री अनिल देशमुख ने पिछले कुछ महीनों के दौरान अपने आधिकारिक आवास ज्ञानेश्वर पर कई बार बुलाया भी था। सचिन वाजे को बार-बार गृह मंत्री के लिए पैसा इकट्ठा करने का निर्देश दिया गया था।

वहीं आपको बता दें कि मुंबई में महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेता कीर्ति सौम्या ने कहा कि, “अब सब ओपन हो गया है कि उद्धव ठाकरे सरकार वसूल करने वाली सरकार है। API सचिन वाजे, ACP संजय पाटिल, पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह और साथ ही गृहमंत्री अनिल देशमुख पैसा वसूल कर रहे थे। इन सभी की गिरफ्तारी होनी चाहिए।”

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