राष्ट्रीय राइफल डोगरा रेजिमेंट में तैनात सूर्यप्रकाश मिश्र के पिता राजेन्द्र मिश्र की तेजधार हथियार से निर्मम हत्या कर दी गयी, साथ ही उनकी गर्भवती पत्नी को पीटकर अधमरा कर दिया गया….
उत्तर प्रदेश में लॉ एंड आर्डर कितना अपटूडेट है इसकी बानगी रोज ब रोज देखने को मिल रही है। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के राज में अपराध दर अपराध होते ही चले जा रहे हैं। कानपुर, गाजियाबाद, मेरठ, लखनऊ, अमेठी से लगाकर पूरे उत्तर प्रदेश में अपराध और अपराधियों का जलवा चरम पर है। एक के बाद एक अपराध होते चले जा रहे, पुलिस शायद कोरोना ढूंढ रही है।
ताजा मामला आज अमेठी में देखने को मिल रहा है। यहां राष्ट्रीय राइफल डोगरा रेजिमेंट में तैनात सूर्यप्रकाश मिश्र के पिता राजेन्द्र मिश्र की तेजधार हथियार से निर्मम हत्या कर दी गयी। साथ ही उनकी गर्भवती पत्नी को पीटकर अधमरा कर दिया गया। अमेठी निवासी फौजी उत्तर प्रदेश शासन के खिलाफ परिवार सहित धरने पर बैठ गया है। न्याय न मिलने की उम्मीद के बाद आर्मी जवान ने आत्मदाह कर लेने की भी बात कही है।
आज 22 जुलाई दोपहर वायरल हुआ यह वीडियो अमेठी का है, स्ट्रेचर पर पिता की लाश है और जो जमीन पर लोट-लोट कर बिलख रहा है वो पुंछ में तैनात जवान सूर्य प्रकाश मिश्र हैं। सूर्यप्रकाश के घर मे पड़ोस के कुछ दबंगों ने घर में घुसकर उनके पिता की हत्या कर दी। इसके अलावा दबंगों ने उनकी गर्भवती पत्नी को भी पीट-पीटकर बेदम कर दिया।
जवान सूर्यप्रकाश ने अपने पड़ोस में रहने वाले 6 लोगों पर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि हमारा उनसे विवाद चल रहा था। जिसकी सूचना उन्होंने नजदीकी थाने में कई बार दी। बावजूद इसके उनकी सुनवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा जो सैनिक सरहद पर देश की रक्षा करता है वो अपने घर में ही अपने पिता को नहीं बचा सका।
घटना संग्रामपुर थाना क्षेत्र के शकुलपुरा गांव की है। आर्मी जवान सूर्यप्रकाश ने अपने पिता की हत्या और उनकी पत्नी की पिटाई का आरोप अशोक शुक्ला नाम के एक बदमाश और उसके गुर्गों पर लगाया है। इस मामले की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक ख्याति गर्ग ने कहा कि मृतक राजेंद्र मिश्रा की डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। अमेठी पुलिस का कहना है कि सभी आरोपियों को पकड़ने के लिए कोशिशें की जा रही हैं। इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने पीड़ित आर्मी जवान का एक वीडियो ट्वीट कर लिखा कि, भाजपा के जंगलराज से सूबे का हरेक नागरिक परेशान है।
अमेठी निवासी सेना का यह जवान इतना क्षुब्ध होकर कहता है कि ‘मैं अपने पिता की जान नहीं बचा सका तो देश की क्या सेवा करूंगा। मुख्यमंत्री जी, जिजीविषा जिंदा हो तो इस दर्द को समझिएगा।’