महाराष्ट्र सरकार और बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि BMC ने कंगना रनौत ऑफिस पर अवैध निर्माण का नोटिस लगा कर कार्यवाही करते हुए जेसीबी के द्वारा बिल्डिंग को तोड़ दिया, हालांकि शिवसेना का कहना है कि कंगना रनौत के ऑफिस पर की गई कार्रवाई का इस विवाद से कोई लेना-देना नहीं है।
दरअसल कंगना रनौत का ऑफिस तोड़ने के बाद आजतक की महिला रिपोर्टर इस घटना को कवर करने पहुंची थी, जहां ऑफिस के बाहर बीएमसी के खिलाफ कुछ महिलाएं प्रदर्शन कर रही थी, जब आजतक के रिपोर्टर ने उन महिला प्रदर्शनकारियों से सवाल पूछा तो महिलाओं ने आजतक मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए।
यही नहीं इसके अलावा एक और वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें बहुत सारे मीडिया कर्मी एक खाकी वर्दी वाले पोस्टमैन से यह पूछते नजर आ रहे थे कि आपने कंगना रनौत का ऑफिस क्यों तोड़ा, पोस्टमैन के कहने के बावजूद के में एक पोस्टमैन हूं, पर मीडिया का नहीं सुनने को तैयार नहीं बावजूद इसके बिना सुने लगातार सवाल पूछे जा रहे थे।
वही बीएमसी ने बताया कि कंगना रनौत को दो साल पहले ही नोटिस जारी किया गया था यह नोटिस कंगना रनौत का ऑफिस बीएमसी के नियमों के तहत ना बनने के कारण जारी किया गया था, जिसके बाद कंगना रनौत के तेवर और भी कड़े हो गए, पहले से भी अधिक महाराष्ट्र सरकार पर हमलावर हो गई।