भारत-नेपाल बॉर्डर पर एक बार फिर गोली चलने की खबर है. बिहार के किशनगंज जिले के एसपी के मुताबिक, नेपाल पुलिस की ओर से सीमा के पास 3 भारतीयों पर गोली चलाई गई, इनमें से एक जख्मी हो गया. मामले की जांच जारी है. इससे पहले जून में बिहार के सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा में नेपाल पुलिस की तरफ से फायरिंग हुई थी. फायरिंग में एक शख्स की मौत भी हुई थी और दो जख्मी हुए थे.
भारत नेपाल संबधों का असर सीमावर्ती क्षेत्र के नागरिकों पर पड़ने लगा है। दरअसल बिहार के किशनगंज जिले के टेढ़ागाछ प्रखंड के फतेहपुर स्थित भारत-नेपाल सीमा पर शनिवार की रात नेपाल पुलिस ने तीन भारतीय नागरिकों पर फायरिंग कर दी। इस फायरिंग में एक युवक घायल हो गया। घायल युवक जितेन्द्र कुमार सिंह (25) को स्थानीय ग्रामीण इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टेढ़ागाछ लेकर आए जहां से प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया। घायल युवक जितेन्द्र कुमार सिंह का इलाज पूर्णिया में चल रहा है जहां उसकी की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
जितेंद्र सिंह ने कहा कि उनका मवेशी नेपाल सीमा तरफ चला गया था. वह अपने मवेशी को खोजने के लिए जा रहा था. उनका कहना है कि वह टेढ़ागाछ प्रखंड अंतर्गत भारतीय सीमा के पास था, जब नेपाल पुलिस ने भारत में घुसकर मेरे ऊपर ऊपर गोली चला दी. जानकारी के मुताबिक, जहां जितेन्द्र खड़ा था, वहां से नेपाल सीमा 200 मीटर दूर थी. साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि जिस समय नेपाल पुलिस ने गोली चलाई उस समय वहां करीब 5 से 6 नेपाली पुलिस जवान मौजूद थे, जबकि वे लोग तीन आदमी थे जो मवेशी खोजने गए थे.
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार घायल युवक जितेंद्र कुमार सिंह(25) एवं उनके दो साथी अंकित कुमार सिंह व गुलशन कुमार सिंह शनिवार की रात लगभग साढ़े सात बजे अपनी मवेशी ढूंढने भारत-नेपाल सीमा स्थित माफी टोला के समीप गांव से बाहर खेत की तरफ गये थे। जहां नेपाल सीमा पर तैनात नेपाल पुलिस इन युवकों पर अचानक फायरिंग कर दी।
जिसमें जितेंद्र कुमार सिंह को गोली लग गई है। जितेंद्र को साथियों एवं स्थानीय ग्रामीण घटनास्थल से उठाकर उनके घर लाए। इस घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस और 12 वीं बटालियन के एसएसबी फतेहपुर को दी गई। घटना की वजह से रविवार की सुबह से भारत-नेपाल सीमा पर तनाव का माहौल है।भारत-नेपाल सीमा पर नेपाली पुलिस द्वारा फायरिंग की घटना को लेकर सीमा पर एसएसबी भी अलर्ट है। इधर प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक का दौर भी जारी है। पुलिस और एसएसबी के अधिकारियों के बीच विशेष बैठक चल रही है।
एसएसबी 12 वीं बटालियन के डिप्टी कमांडेंट बिरेन्द्र चौधरी ने नेपाल पुलिस द्वारा गोली चलाने की घटना की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि नेपाल पुलिस की फायरिंग में युवक जितेंद्र कुमार सिंह के कंधे पर एक गोली लगी है। जिसका इलाज पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टेढ़ागाछ में किया गया फिर युवक की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे हायर सेंटर रेफर किया गया है। घायल युवक का पूर्णिया में इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी जांच चल रही है।
क्या कहते हैं किशनगंज के एसपी
किशनगंज के एसपी कुमार आशीष ने कहा कि घटना भारतीय क्षेत्र में नहीं हुई है, घटनास्थल नेपाल है। फिलहाल घटना को लेकर जांच की जा रही है। पूरी तरह जांच के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है। टेढ़ागाछ के फतेहपुर थाना क्षेत्र के जो संबंधित (घायल) व्यक्ति हैं उनसे भी इस मामले में बात की जाएगी।
सीता गुफा के पास लगा बॉर्डर का पिलर उखाड़े – नेपाल के प्रधानमंत्री ओली (indo nepal border news) के रामायण से जुड़े उकसाने वाले बयान के बाद इंडो-नेपाल बॉर्डर पर सीता माता की गुफा पर विवाद शुरू हो गया है। पश्चिम चंपारण में मौजूद इस गुफा (sita mata cave) के पास लगा पिलर नेपालियों ने उखाड़ दिया है। अब इस नए विवाद के बाद इलाके में तनाव गहरा गया है।
साथ नए विवाद को जन्म दे दिया है। इस बार नेपाल ने भारतीय सीमा के अंदर बनी सीता माता की गुफा पर दावा कर दिया है। नेपाली प्रधानमंत्री ओली के विवादित बयान (nepal pm) के बाद ही नेपाल की तरफ से ये उकसाने वाला काम किया गया है।
नेपालियों ने बॉर्डर का पिलर उखाड़ा नेपालियों ने इंडो-नेपाल बॉर्डर (bharat nepal vivad) पर सीता माता की गुफा के पास लगे बॉर्डर पिलर को उखाड़ दिया है। इस बात की जानकारी स्थानीय लोगों ने प्रशासन को दी है। पिलर नंबर 436 के उखाड़े जाने की खबर मिलते ही SSB के अफसर अपने जवानों के साथ मौके पर पहुंच गए हैं। भिखनाठोड़ी में नेपाल की इस उकसाने वाली हरकत के बाद SSB इलाके में पैनी नजर रख रही है। भिखनाठोरी स्थित एसएसबी 44वीं बटालियन के प्रभारी कमांडेंट ए के सिंह के मुताबिक बीओपी में तैनात इंस्पेक्टर प्रीतम कुमार जवानों के साथ मौके पर पहुंच गए है। सहायक सेनानायक शैलेश कुमार सिंह भी पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं।
सीता माता गुफा पर ऐसे बढ़ा विवाद- सीता माता गुफा (india nepal ayodhya) के बारे में कहा जाता है कि जब माता को अग्निपरीक्षा के बाद बनवास के लिए जाना पड़ा तो वो थोड़ी देर इस गुफा में रुकीं थीं और पूजा की थी। इसके बाद वो वाल्मीकी आश्रम (अब वाल्मीकी नगर) के लिए प्रस्थान कर गईं। नेपाली प्रधानमंत्री ओली ने झूठा इतिहास बनाते हुए ये कह दिया कि पहले ठोड़ी से लेकर वाल्मीकिनगर के वाल्मीकि आश्रम तक अयोध्या था।
नेपाली पीएम ओली ने भारत से संबंध तोड़ने के चक्कर में कई उटपटांग बयान दिए थे। इसमें से एक अजब बयान ये था कि भगवान राम नेपाल के नागरिक थे और अयोध्या भी नेपाल में था। नेपाली पीएम के इस उटपटांग बयान के बाद से ही बिहार बॉर्डर पर नेपाली रोज नई नई हिमाकत कर रहे हैं। इसी कड़ी में ये घटना घटी है।